जय देवी जय देवी जय महालक्ष्मी।वससी व्यापकरुपे तू स्थूलसूक्ष्मी llधृllकरवीरपुरवासिनी सुरवरमुनिमाता।पुरहरवरदायिनी मुरहरप्रियकान्ता।कमलाकारें जठरी जन्मविला धाता।सहस्त्रवदनी भूधर न पुरे गुण गातां ll१llजय देवी जय देवी…॥मातुलिंग गदा खेटक रविकिरणीं।झळके हाटकवाटी पीयुषरसपाणी।माणिकरसना सुरंगवसना…
गणपति जी की आरती जय गणेश जय गणेश,जय गणेश देवा ।माता जाकी पार्वतीपिता महादेवा ॥ एक दंत दयावंत,चार भुजा धारी ।माथे सिंदूर सोहेमूसे की सवारी ॥ जय गणेश जय गणेश,जय…