नवरात्रि में दाढ़ी बनाना चाहिए या नहीं?

नवरात्रि देवियों की आराधना, साधना और संयम का पावन समय है। इसी दौरान बहुत‑से उपासक यह जानना चाहते हैं कि नवरात्रि में दाढ़ी बनाना चाहिए या नहीं। कुछ लोग प्रश्न करते हैं कि क्या नियम कठोर हैं या केवल अनुशंसा…
नवरात्रि देवियों की आराधना, साधना और संयम का पावन समय है। इसी दौरान बहुत‑से उपासक यह जानना चाहते हैं कि नवरात्रि में दाढ़ी बनाना चाहिए या नहीं। कुछ लोग प्रश्न करते हैं कि क्या नियम कठोर हैं या केवल अनुशंसा…
नवरात्रि, शक्ति की आराधना का प्रमुख पर्व, नौ दिनों तक देवी दुर्गा के नौ रूपों—नवदुर्गा—की उपासना का उत्सव है। इस पर्व के अंतिम चरण में कुमारी/कंजक पूजन का विशेष महत्त्व है, जिसमें पारंपरिक रूप से 9 कन्याओं (नवदुर्गा का प्रतीक)…
Navratri Colours 2025 : नवरात्रि हिंदू धर्म का एक प्रमुख और पवित्र त्योहार है, जिसे शक्ति उपासना का सबसे बड़ा पर्व भी कहा जाता है। यह त्योहार वर्ष में दो बार आता है, चैत्र और शारदीय नवरात्रि, लेकिन शारदीय नवरात्रि…
Pitru Paksh mein Jal Tarpan kaise karein: हिन्दू धर्म में पितृ पक्ष का विशेष महत्व है। इस अवधि में अपने पितरों को तर्पण, श्राद्ध और पिंडदान के माध्यम से स्मरण कर उन्हें जल और अन्न अर्पित किया जाता है। माना…
भारत का सबसे बड़ा, भव्य और रोशनी से जगमगाता पर्व दिवाली (Diwali 2025) पूरे भारतवर्ष ही नहीं, बल्कि विश्वभर में रहने वाले भारतीयों द्वारा बड़े उल्लास के साथ मनाया जाएगा। इस त्योहार को दीपावली भी कहा जाता है, जिसका अर्थ…
हिंदू पंचांग के अनुसार, शारदीय नवरात्रि प्रत्येक वर्ष आश्विन मास की प्रतिपदा तिथि से नवमी तिथि तक मनाई जाती है। यह पर्व शक्ति की उपासना का प्रतीक है और दसवें दिन विजयादशमी या दशहरा का उत्सव मनाया जाता है। शारदीय…
सितंबर 2025 में पितृपक्ष का आयोजन होगा, जिसे पूर्वजों की स्मृति और श्रद्धांजलि अर्पित करने का विशेष काल माना जाता है। इस अवधि का हिंदू परंपरा में गहरा आध्यात्मिक और सांस्कृतिक महत्व है। पूरे भारत में परिवार श्राद्ध, तर्पण और…
भारत की आध्यात्मिक परंपराओं में मंदिर केवल पूजा का स्थान नहीं होता, बल्कि वह सकारात्मक ऊर्जा, शांति और आत्मिक संतुलन का केंद्र माना जाता है। जब हम मंदिर में प्रवेश करते हैं, तो सबसे पहले हमारी दृष्टि घंटी (Ghanti) पर…
भारत में देवी-देवताओं की पूजा-अर्चना एक गहरी आस्था और परंपरा का हिस्सा है। पूजा के समय मंत्रों (mantra) का उच्चारण करना आवश्यक माना जाता है क्योंकि यह न केवल आध्यात्मिक शक्ति प्रदान करता है, बल्कि मन और वातावरण को भी…
पितृ पक्ष (Pitru Paksha 2025) का भारत की धार्मिक परंपराओं में विशेष स्थान है। यह वह समय होता है जब लोग अपने पितरों को याद करते हैं और उनके प्रति श्रद्धा व्यक्त करने के लिए तर्पण, श्राद्ध और दान जैसे…