कांवड़ यात्रा: सावन में शिव भक्त की यात्रा
परिचय कांवड़ यात्रा एक वार्षिक तीर्थयात्रा है जो भगवान शिव को समर्पित है, और यह मुख्य रूप से भारत के […]
परिचय कांवड़ यात्रा एक वार्षिक तीर्थयात्रा है जो भगवान शिव को समर्पित है, और यह मुख्य रूप से भारत के […]
महाराष्ट्र आज हम चलते हैं भारत के पश्चिमी तट पर बसे एक ऐसे राज्य की ओर, जिसकी संस्कृति उतनी ही
घालिन लोटांगण वंदीन चरण डोळ्यांनी पाहीन रूप तुझे प्रेमे आलिंगीन आनंदे पूजिन भावें ओवाळीन म्हणे नामा त्वमेव माता च पिता
दोहा श्रीगुरु चरन सरोज रज, निजमन मुकुरु सुधारि। बरनउं रघुबर बिमल जसु, जो दायक फल चारि।। बुद्धिहीन तनु जानिके, सुमिरौं
महालक्ष्मी व्रत कथा हिंदी में श्री लक्ष्मी की कृपा हम पर बनी रहे, वे हमारे घर में निरंतर निवास करें,
युगे अठ्ठावीस विटेवरी उभा । वामांगी रखुमाई दिसे दिव्य शोभा । पुंडलिकाचे भेटी परब्रह्म आले गा । चरणी वाहे भीमा
परिचय राजस्थान भारत का एक उत्तर-पश्चिमी राज्य है जो अपनी समृद्ध इतिहास, संस्कृति और प्राकृतिक सुंदरता के लिए जाना जाता
जय देवी जय देवी जय महालक्ष्मी। वससी व्यापकरुपे तू स्थूलसूक्ष्मी llधृll करवीरपुरवासिनी सुरवरमुनिमाता। पुरहरवरदायिनी मुरहरप्रियकान्ता। कमलाकारें जठरी जन्मविला धाता। सहस्त्रवदनी
लवथवती विक्राळा, ब्रह्मांडी माळा | वीषें कंठ काळा, त्रिनेत्रीं ज्वाळा || लावण्यसुंदर, मस्तकीं बाळा | तेथुनियां जल, निर्मल वाहे झुळझूळां
गणपति जी की आरती जय गणेश जय गणेश,जय गणेश देवा ।माता जाकी पार्वतीपिता महादेवा ॥ एक दंत दयावंत,चार भुजा धारी